महत्वपूर्ण

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ये पाप है तो जगत पापियों से रिक्त तो नही
ये भूल है तो जीवन में भूलो की कमी तो नहीं,

आज मुझे ये पुन्य सम पाप कर लेने दो
आज मुझे ये मीठी भूल कर लेने दो,

क्योंकी तुम्हारे लिए किया हर पाप हर भूल मेरे लिए  सौ जन्मों के पुन्य से बढ़कर है ,

तुम्हारा स्पर्श – तुम्हारा स्पंदन मेरे लिए सहस्र स्वर्गो से अधिक मूल्यवान है ,

तुम्हारा मेरे संग होना मेरे लिए अधिक महत्वपूर्ण है
तुम मेरे लिए अधिक महत्वपूर्ण हो।

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