जिसको हमने चाहा

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जिसको हमने चाहा वो भी हमे कहां मिला,
जिसको उसने चाहा वो भी उसे कहां मिला,

जिसकी मोहब्बत को सच्चा माना दुनियां ने उसे भी इश्क़ ना मिला ,

जिसकी मोहब्बत को एक तरफा माना उसे भी इश्क़ कहा मिला,

प्यार में तो आशिक को हर पल का दर्द मिला,
आसुओं से धुला बेचैनी का मंज़र मिला,

बस गमों का दिल में उठता सा एक बवंडर मिला,
बस आलम ठंडी आहों का मिला।

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