मोहब्बत है हमे उनसे दिल्लगी नही,
मोहब्बत है हमे उनसे दिल्लगी नही,जो आज होगी कल नही,
जो आज होगी कल नही,जान है वो हमारी जान को धड़कन मिलना लाज़मी ही था,
उनकी आशिकी ज़हर है तो हमे उसे लबनाशी करना ही था,
वो शम्मा में जलती आग है तो हमे परवाना बन जलना ही था,
हमे उनमें खोना ही था,
हमे उनका होना ही था,ये तो होना ही था,
ये तो होना ही था।
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सिला-ए-दिलगि
Poetryलोग दिल से दिल लगा लेते है , सिला-ए-दिलागी में कई ज़ख्म दिल में पा लेते है, उसी दिलागी के कुछ पैगाम सुनो, मैने जो देखा उसका आंखों देखा सियाहीदा अंजाम सुनो, ये इश्कनाशी दिलगि का बेवफाई भरा अंजाम सुनो। so, namaste and hello I know I should translate t...