उफ! उनके कजलनुमा बालो को उन्होंने कुछ इस कदर गजरे की कैद से रिहा किया मानो घटा के सारे काले मेघा चमन से रिहा हो ज़मीन पर आ उतरे हो हए! ये तुमने क्या किया ,
उफ! उन काली मेघवर्णित जुल्फों में उन्होंने इस कदर अपनी शमशीरनाशी हाथो को फेरा की ये दीवानी ने अपना होश दो पल भुला दिया ये तुमने क्या किया ,
ये तुमने क्या किया होले–होले से जिया को ही हर लिया ,उफ! ये तुमने क्या किया ?
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सिला-ए-दिलगि
Poesieलोग दिल से दिल लगा लेते है , सिला-ए-दिलागी में कई ज़ख्म दिल में पा लेते है, उसी दिलागी के कुछ पैगाम सुनो, मैने जो देखा उसका आंखों देखा सियाहीदा अंजाम सुनो, ये इश्कनाशी दिलगि का बेवफाई भरा अंजाम सुनो। so, namaste and hello I know I should translate t...